Sunday, December 28, 2014

अवधी गीत

अँगना मा तुलसी लगइबै, तुलसी नहुवइबै, तुलसी नहुवइबै रे!
हे हो! वही बाटे अइहैं भगवान, दान एक मँगबै, दान एक मँगबै हो।
सोनवा तौ मँगबै हरदि यस, रुपया दहिव यस, रुपया दहिव यस रे।
रामा! पुतवा तौ, हाँ रामा! पुतवा तौ मँगबै सुरज यस,धेरिया चन्द्रम यस, धेरिया चन्द्रम यस रे।
का करिहौं सोनवा हरदि यस, रुपया दहिव यस, रुपया दहिव यस रे।
रानी! का करिहौं पुतवा सुरज यस, धेरिया चन्द्रम यस, धेरिया चन्द्रम यस रे।
सोनवा के गहना गढ़इबै तौ रुपया दहेज देबै, रुपया दहेज देबै रे।
रामा! पुतवा से नाव चलबै तौ धेरिया धरम करबै, धेरिया धरम करबै रे।
अँगना मा तुलसी लगइबै, तुलसी नहुवइबै, तुलसी नहुवइबै रे!
हे हो! वही बाटे अइहैं भगवान, दान एक मँगबै, दान एक मँगबै हो।

Friday, December 26, 2014

पहेली: अमीर खुसरो-छतरी

घूम घुमेला लहँगा पहिने,
एक पाँव से रहै खड़ी।
आठ हात हैं उस नारी के,
सूरत उसकी लागे परी।
सब कोइ उसकी चाह करे है,
मुसलमान, हिन्दू, छत्री।
खुसरो ने यह कही पहेली,
दिल में अपने सोच जरी॥

पहेली: अमीर खुसरो-पान

एक गुनी ने ये गुन कीना, हरियल पिंजरे में दे दीना। 
देखो जादूगर का कमाल, डारे हरा निकाले लाल।।